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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :200
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2777
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- आर्क जी०आई०एस० से आप क्या समझते हैं? इसके प्रशिक्षण और लाभ के संबंध में विस्तृत व्याख्या कीजिए।

उत्तर -

ArcGIS का अर्थ है - Aeronautical Reconnaissance Coverage Geographic Information System। आर्क०जी०आई०एस० एक आधुनिक ऐसा सॉफ्टवेयर है, जिसका उपयोग भूमिगत डेटा के विश्लेषण, विस्तार और प्रबंधन के लिए किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, नगरीय, योजना, जलवायु विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, वन निर्माण और अन्य कई क्षेत्रों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

आर्क० जी०आई०एस० में कई ऐसी विशेषताएँ हैं, जो भूमिगत डेटा की व्याख्या करने, विश्लेषण और प्रबंधित करने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। यह उपकरण जमीनी सूचना को अद्यतित और संग्रहीत करने में मदद करता है। इसी कारण इसका प्रयोग अनुसंधान, योजना, निर्माण, प्रबंधन और प्रदर्शन क्षेत्रों में उपयोग करने के लिए किया जा सकता है। इन्हीं खूबियों के कारण आर्क० जी०आई० को विशेष रूप से भौगोलिक सूचना प्रणाली के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल्स, सरकारी विभाग, निगम और अन्य संगठनों द्वारा विभिन्न कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है।

आर्क जी०आई०एस० के उपयोग

आर्क० जी०आई०एस० का प्रयोग नक्शा तैयार करने, सूचना विश्लेषण, भूमि प्रबंधन, वन संगठन, जल - वायु विज्ञान, नगर योजना, संपत्ति प्रबंधन, आपदा प्रबंधन, और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में बखूबी इस्तेमाल किया जा रहा है। आर्क०जी०आई०एस० इन सब क्षेत्रों के अतिरिक्त इंटरैक्टिव मानचित्र निर्माण, स्थानांतरण विश्लेषण, अंश-संकेतक, भू-विज्ञान, तटबंधन, विवरणी, और जल-वायु अनुकूलन जैसे विशेष क्षेत्रों में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा आर्क० जी०आई०एस० समुद्री निरीक्षण, नाविकरण, रेलवे नेटवर्क प्रबंधन, विद्युतीय सत्र संयोजन, पर्यावरणीय प्रबंधन, पशुपालन, और यातायात प्रबंधन क्षेत्र में भी उपयोगी होता है। इसके साथ-साथ, आर्क०जी०आई०एस० विभिन्न डेटा स्रोतों से जानकारी को एकत्रित, प्रबंधित और विजुअलाइज करने की क्षमता भी प्रदान करता है, जो इसे विभिन्न उद्योगों में एक प्रमुख टूल बनाता है। आर्क०जी०आई०एस० के उपयोगों का वर्णन निम्न क्षेत्रों के तहत सूचीबद्ध किया जा सकता है-

(1) नगरीय योजना - आर्क ०जी०आई०एस० के उपयोग से नगरीय योजनाओं की व्याख्या और विश्लेषण करने में मदद मिलती है। इसके माध्यम से, सिविल इंजीनियर्स और योजनाकार भूमिगत डेटा का उपयोग करके शहरी विकास की योजना बना सकते हैं।

(2) भूमि सर्वेक्षण - आर्क०जी०आई०एस० सर्वेक्षण के लिए भी उपयोगी है, जहाँ भूमिगत डेटा का संग्रह करना और विश्लेषण करना महत्वपूर्ण होता है। इसके साथ, सिविल इंजीनियर्स और भमि सर्वेक्षक भूमि के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उचित निर्णय ले सकते हैं।

(3) निर्माण प्रबंधन - आर्क०जी०आई०एस० के माध्यम से, निर्माण प्रोजेक्ट्स के प्रबंधन में भूमिगत डेटा का उपयोग किया जा सकता है। सिविल इंजीनियर्स प्रोजेक्ट की प्रगति को मॉनिटर करने, संसाधनों की प्रबंधन करने और समयबद्ध निर्णय लेने के लिए आर्क०जी०आई०एस० का उपयोग करते हैं।

(4) जल विभाजन - आर्क०जी०आई०एस० का उपयोग जल विभाजन के लिए भी किया जा सकता है, जहाँ जल के संसाधन का प्रबंधन और वितरण महत्वपूर्ण होता है। सिविल इंजीनियर्स जल स्रोतों की संरचना, जल प्रवाह और जल संरक्षण के लिए आर्क० जी०आई०एस० का उपयोग करते हैं।

आर्क०जी०आई०एस० पी०डी०एफ०

आर्क०जी०आई०एस० पी०डी०एफ० एक फाइल प्रारूप है जिसमें आर्क० जी०आई०एस० सॉफ्टवेयर द्वारा उत्पन्न की गई जानकारी को संग्रहीत किया जाता है। यह एक दस्तावेज फाइल है जो पोर्टेबल डॉक्यूमेंट फाइल पी०डी०एफ० प्रारूप में होती है। आर्क० जी०आई०एस० पी०डी०एफ० फाइल जानकारी को संग्रहीत करने के साथ-साथ स्थानीय विजेट्स, नक्शा, लेयर, टेक्स्ट और छवियों को संदर्भित करती है। एक आर्क०जी०आई०एस० पी०डी०एफ० फाइल अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ शेयर किया जा सकता है, ताकि वे इसे देख सकें और आर्क०जी०आई०एस० सॉफ्टवेयर की आवश्यकता के बिना इसमें संशोधन कर सकें।

आर्क०जी०आई०एस० के लाभ

आर्क०जी०आई०एस० के माध्यम से अभ्यर्थी को अनेक लाभ प्राप्त होते हैं इसके प्रमुख लाभों का वर्णन निम्न बिन्दुओं के तहत किया जा सकता है-

उच्चतर योग्यता - आर्क० जी०आई०एस० प्रशिक्षण एक उच्चतर योग्यता प्राप्त करने में मदद करता है। यह व्यक्ति को भूमिगत डेटा के विश्लेषण, विस्तार और प्रबंधन के लिए आवश्यक उपकरणों और तकनीकों के बारे में ज्ञान प्रदान करता है।

सीमित समय में उच्चतम प्रदर्शन - आर्क०जी०आई०एस० प्रशिक्षण छात्रों को विभिन्न ब्रांच के इंजीनियरिंग कार्यों में सीमित समय में उच्चतम प्रदर्शन करने में मदद करता है। यह आपको कार्य को अधिक सुगमता से पूरा करने की क्षमता प्रदान करता है और कार्य को तेजी से प्रगति करने में मदद करता है।

उत्कृष्ट संगठन - आर्क० जी०आई०एस० प्रशिक्षण उत्कृष्ट संगठन करने में मदद करता है। यह आपको डेटा को संगठित रूप से संग्रहीत करने, विश्लेषण करने, और प्रबंधित करने की क्षमता प्रदान करता है। आप विभिन्न डेटा सेट्स को एकीकृत कर सकते हैं और संबंधित जानकारी को एक ही स्थान पर एकत्र कर सकते हैं।

प्रभावी विश्लेषण - आर्क० जी०आई०एस० प्रशिक्षण आपको भूमिगत डेटा के माध्यम से प्रभावी विश्लेषण करने की क्षमता प्रदान करता है। यह आपको अधिकांश डेटा के संबंध और पैटर्न का पता लगाने में मदद करता है और विश्लेषण के माध्यम से समस्याओं का समाधान ढूंढने में मदद करता है।

सहज उपयोग - आर्क०जी०आई०एस० प्रशिक्षण आपको एक सहज और उपयोगकर्ता मित्रपूर्ण इंटरफेस प्रदान करता है। यह आपके उपकरणों और फीचर्स के संचालन को सरल बनाता है और इसे अधिक अच्छी तरह से समझने और उपयोग करने में मदद करता है।

आर्क०जी०आई०एस० एक शक्तिशाली और पूर्ण विश्वसनीय भूमिगत सॉफ्टवेयर है जिसमें कई मुख्य फीचर्स शामिल हैं। यहाँ कुछ प्रमुख फीचर्स हैं जो आर्क ०जी० आई०एस० को उच्च गुणवत्ता वाला बनाते हैं-

भूमिगत डेटा विश्लेषण - आर्क०जी०आई०एस० भूमिगत डेटा के विश्लेषण के लिए एक शक्तिशाली उपकरण प्रदान करता है। यह आपको डेटा के संबंध और पैटर्न को समझने में मदद करता है और विश्लेषण के माध्यम से विभिन्न तत्वों के बीच संबंधों का पता लगाने में मदद करता है।

भूमिगत डेटा प्रबंधन - आर्क० जी०आई०एस० भूमिगत डेटा को संग्रहीत करने, संगठित करने, और प्रबंधित करने की सुविधा प्रदान करता है। विभिन्न डेटा सेट्स को एकीकृत कर सकते हैं, उन्हें अपग्रेड कर सकते हैं और उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं।

भू-नक्शा बनाना - आर्क० जी०आई०एस० उपयोगकर्ता - मित्रपूर्ण भू नक्शा बनाने की सुविधा प्रदान करता है। इसके साथ ही विभिन्न भू-नक्शा तत्वों को जोड़ सकते हैं। इसके माध्यम से अलग-अलग लेयर बना सकते हैं, विभिन्न प्रदर्शन प्रारूपों का उपयोग कर सकते हैं, और अद्यतन कर सकते हैं।

संगठित विश्लेषण - आर्क० जी०आई०एस० आपको संगठित विश्लेषण करने की सुविधा प्रदान करता है। यह विभिन्न डेटा सेट्स के बीच संबंधों का पता लगाने, प्रतिक्रियाओं का अनुमान लगाने, और विभिन्न प्रबंधन निर्णयों का समर्थन करने में मदद करता है।

अनुकूलन और एकीकरण - आर्क ०जी०आई०एस० आवश्यकताओं और विकास के अनुरूप अनुकूलन और एकीकरण करने की सुविधा प्रदान करता है। इसके माध्यम से विभिन्न एड-ऑन और एक्सटेंशन का उपयोग कर सकते हैं। इसके माध्यम से खुद की कस्टम उपकरण बना सकते हैं और उपयोगकर्ता अनुभव को अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बदल सकते हैं।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- सुदूर संवेदन से आप क्या समझते हैं? विभिन्न विद्वानों के सुदूर संवेदन के बारे में क्या विचार हैं? स्पष्ट कीजिए।
  2. प्रश्न- भूगोल में सुदूर संवेदन की सार्थकता एवं उपयोगिता पर विस्तृत लेख लिखिए।
  3. प्रश्न- सुदूर संवेदन के अंतर्राष्ट्रीय विकास पर टिप्पणी कीजिए।
  4. प्रश्न- सुदूर संवेदन के भारतीय इतिहास एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
  5. प्रश्न- सुदूर संवेदन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  6. प्रश्न- सुदूर संवेदन को परिभाषित कीजिए।
  7. प्रश्न- सुदूर संवेदन के लाभ लिखिए।
  8. प्रश्न- सुदूर संवेदन के विषय क्षेत्र पर टिप्पणी लिखिए।
  9. प्रश्न- भारत में सुदूर संवेदन के उपयोग पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
  10. प्रश्न- सुदूर संवेदी के प्रकार लिखिए।
  11. प्रश्न- सुदूर संवेदन की प्रक्रियाएँ एवं तत्व क्या हैं? वर्णन कीजिए।
  12. प्रश्न- उपग्रहों की कक्षा (Orbit) एवं उपयोगों के आधार पर वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए।
  13. प्रश्न- भारत के कृत्रिम उपग्रहों के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
  14. प्रश्न- कार्य के आधार पर उपग्रहों का विभाजन कीजिए।
  15. प्रश्न- कार्यप्रणाली के आधार पर सुदूर संवेदी उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
  16. प्रश्न- अंतर वैश्विक स्थान निर्धारण प्रणाली से आप क्या समझते हैं?
  17. प्रश्न- भारत में उपग्रहों के इतिहास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  18. प्रश्न- भू-स्थाई उपग्रह किसे कहते हैं?
  19. प्रश्न- ध्रुवीय उपग्रह किसे कहते हैं?
  20. प्रश्न- उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
  21. प्रश्न- सुदूर संवेदन की आधारभूत संकल्पना का वर्णन कीजिए।
  22. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के सम्बन्ध में विस्तार से अपने विचार रखिए।
  23. प्रश्न- वायुमण्डलीय प्रकीर्णन को विस्तार से समझाइए।
  24. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रमी प्रदेश के लक्षण लिखिए।
  25. प्रश्न- ऊर्जा विकिरण सम्बन्धी संकल्पनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। ऊर्जा
  26. प्रश्न- स्पेक्ट्रल बैण्ड से आप क्या समझते हैं?
  27. प्रश्न- स्पेक्ट्रल विभेदन के बारे में अपने विचार लिखिए।
  28. प्रश्न- सुदूर संवेदन की विभिन्न अवस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  29. प्रश्न- सुदूर संवेदन की कार्य प्रणाली को चित्र सहित समझाइये |
  30. प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्रकार और अनुप्रयोगों का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  32. प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्लेटफॉर्म से आपका क्या आशय है? प्लेटफॉर्म कितने प्रकार के होते हैं?
  33. प्रश्न- सुदूर संवेदन के वायुमण्डल आधारित प्लेटफॉर्म की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  34. प्रश्न- भू-संसाधन उपग्रहों को विस्तार से समझाइए।
  35. प्रश्न- 'सुदूर संवेदन में प्लेटफार्म' से आप क्या समझते हैं?
  36. प्रश्न- वायुयान आधारित प्लेटफॉर्म उपग्रह के लाभ और कमियों का वर्णन कीजिये।
  37. प्रश्न- विभेदन से आपका क्या आशय है? इसके प्रकारों का भी विस्तृत वर्णन कीजिए।
  38. प्रश्न- फोटोग्राफी संवेदक (स्कैनर ) क्या है? इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- सुदूर संवेदन में उपयोग होने वाले प्रमुख संवेदकों (कैमरों ) का वर्णन कीजिए।
  40. प्रश्न- हवाई फोटोग्राफी की विधियों की व्याख्या कीजिए एवं वायु फोटोचित्रों के प्रकार बताइये।
  41. प्रश्न- प्रकाशीय संवेदक से आप क्या समझते हैं?
  42. प्रश्न- सुदूर संवेदन के संवेदक से आपका क्या आशय है?
  43. प्रश्न- लघुतरंग संवेदक (Microwave sensors) को समझाइये |
  44. प्रश्न- प्रतिबिंब निर्वचन के तत्वों का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
  45. प्रश्न- सुदूर संवेदन में आँकड़ों से क्या तात्पर्य है?
  46. प्रश्न- उपग्रह से प्राप्त प्रतिबिंबों का निर्वचन किस प्रकार किया जाता है?
  47. प्रश्न- अंकिय बिम्ब प्रणाली का वर्णन कीजिए।
  48. प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण से आप क्या समझते हैं? डिजिटल प्रक्रमण प्रणाली को भी समझाइए।
  49. प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण के तहत इमेज उच्चीकरण तकनीक की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
  50. प्रश्न- बिम्ब वर्गीकरण प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।
  51. प्रश्न- इमेज कितने प्रकार की होती है? समझाइए।
  52. प्रश्न- निरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण और अनिरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण के मध्य अंतर स्पष्ट कीजिए।
  53. प्रश्न- भू-विज्ञान के क्षेत्र में सुदूर संवेदन ने किस प्रकार क्रांतिकारी सहयोग प्रदान किया है? विस्तार से समझाइए।
  54. प्रश्न- समुद्री अध्ययन में सुदूर संवेदन किस प्रकार सहायक है? विस्तृत विवेचना कीजिए।
  55. प्रश्न- वानिकी में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  56. प्रश्न- कृषि क्षेत्र में सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी की भूमिका का सविस्तार वर्णन कीजिए। साथ ही, भारत में कृषि की निगरानी करने के लिए सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने हेतु सरकार द्वारा आरम्भ किए गए विभिन्न कार्यक्रमों को भी सूचीबद्ध कीजिए।
  57. प्रश्न- भूगोल में सूदूर संवेदन के अनुप्रयोगों पर टिप्पणी लिखिए।
  58. प्रश्न- मृदा मानचित्रण के क्षेत्र में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
  59. प्रश्न- लघु मापक मानचित्रण और सुदूर संवेदन के मध्य सम्बन्ध स्थापित कीजिए।
  60. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का अर्थ, परिभाषा एवं कार्यक्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
  61. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के भौगोलिक उपागम से आपका क्या आशय है? इसके प्रमुख चरणों का भी वर्णन कीजिए।
  62. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के विकास की विवेचना कीजिए।
  63. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली का व्याख्यात्मक वर्णन प्रस्तुत कीजिए।
  64. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के उपयोग क्या हैं? विस्तृत विवरण दीजिए।
  65. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र (GI.S.)से क्या तात्पर्य है?
  66. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के विकास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  67. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के उद्देश्य बताइये।
  68. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का कार्य क्या है?
  69. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के प्रकार समझाइये |
  70. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र की अभिकल्पना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  71. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के क्या लाभ हैं?
  72. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में उपयोग होने वाले विभिन्न उपकरणों का वर्णन कीजिए।
  73. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में कम्प्यूटर के उपयोग का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
  74. प्रश्न- GIS में आँकड़ों के प्रकार एवं संरचना पर प्रकाश डालिये।
  75. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के सन्दर्भ में कम्प्यूटर की संग्रहण युक्तियों का वर्णन कीजिए।
  76. प्रश्न- आर्क जी०आई०एस० से आप क्या समझते हैं? इसके प्रशिक्षण और लाभ के संबंध में विस्तृत व्याख्या कीजिए।
  77. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में प्रयोग होने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  78. प्रश्न- ERDAS इमेजिन सॉफ्टवेयर की अपने शब्दों में समीक्षा कीजिए।
  79. प्रश्न- QGIS (क्यू०जी०आई०एस०) के संबंध में एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  80. प्रश्न- विश्वस्तरीय सन्दर्भ प्रणाली से आपका क्या आशय है? निर्देशांक प्रणाली के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  81. प्रश्न- डाटा मॉडल अर्थात् आँकड़ा मॉडल से आप क्या समझते हैं? इसके कार्य, संकल्पना और उपागम का वर्णन कीजिए।
  82. प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की विवेचना कीजिए। इस मॉडल की क्षमताओं का भी वर्णन कीजिए।
  83. प्रश्न- विक्टर मॉडल की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  84. प्रश्न- कार्टोग्राफिक संकेतीकरण त्रिविम आकृति एवं मानचित्र के प्रकार मुद्रण विधि का वर्णन कीजिए।
  85. प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की कमियों और लाभ का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  86. प्रश्न- विक्टर मॉडल की कमियों और लाभ के सम्बन्ध में अपने विचार लिखिए।
  87. प्रश्न- रॉस्टर और विक्टर मॉडल के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  88. प्रश्न- डेटाम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

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